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Posted 2015-08-13 01:38:36 | Views: 812
Add some text, Yo! Click this text box to change the text, style, color and fonts.
...I worked with the handwriting product for about 2 years and did not start Magic right away. Later when we wanted to do something that was simple and interesting, exciting, easily understood; and we were thinking of a name we wanted it not to be misspelt or mispronounced but to mean fun and excitement; interactive playful multimedia to reflect the fun software that we actually wanted to build – not like the hardcore backend software development being done by other IT companies – we wanted a name to reflect all of this...

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FREEDOM

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Posted 2015-07-31 04:45:46 | Views: 667
जब रात की काली चादर के बाद कोहरे मे वो सुबह की वोह पहली किरन उस खिडकी से बाहर जाकती है और उसका वो अहसास हमे क्या कहता है - "शुभ प्रभात"

किसी नए कायॆ को आरम्भ करने के लिए किया जाने वाला प्रयास, जिसमे थोडी बन्दिशे है थोडे बन्धन है लेकिन इन सब के बावजूद कुछ करने की चाह है - "प्रयास"



शुभ प्रभात

प्रयास




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Posted 2015-07-31 03:04:50 | Views: 741
आतंक 
दोस्तो! आज मैं चर्चा करने जा रहा हूँ उस आतंकी गतिविधियों की जिससे ना सिर्फ़ हम, बल्कि पूरी दुनिया उस आतंकवाद की खौफनाक करतूतों से चिंतित है|
अँग्रेज़ी भाषा के "टेरीरिजम" शब्द का हिन्दी अनुवाद ही "आतंकवाद" है| जब कोई व्यक्ति या समूह हिंसा करके अपने स्वार्थ को पूरा करने की कोशिस करता है आतंकवाद कहलाता है| आतंकवाद का कोई नाम, कोई धर्म, कोई देश और कोई चेहरा नही होता| 
आज के समय आतंकवाद का कारनामा इतना फैल गया है की हर रोज समाचार पत्र, रेडीओ, दूरदर्शन के द्वारा कहीं ना कहीं हत्या और विस्फोट का समाचार की खबर मिलती रहती है| इसका जिस ढंग से विस्तार हो चुका है, उसको समय से पहले नही रोका गया तो वह भारत सहित सभी देशो के लिए विषम समस्या खड़ी हो जाएगी| आज विश्व मे जो आतंक फैल रहा है, उसका मुख्य कारण है धार्मिक कट्टरता| भारत मे आतंक फैलने का एक अन्य कारण है - छेत्रवाद और राजनीतिक स्वार्थ|
भारत मूलतः शांति प्रिय देश है| आतंकवाद की प्रवृति यहाँ की ज़मीन से मेल नही खाती| परंतु दुर्भाग्य से पिछले कुछ दशको से हमारा भारतवर्ष आतंकवाद के लपेट मे आता जा रहा है|
हमने देखा कश्मीर आतंकवादियों का प्रयोग स्थली बन गया है| सारा विश्व समुदाय यही समझ रहा है मानो पूरे विश्व का कष्ट सहना भारत के ही हिस्से मे हो| आतंकवाद से पीड़ित राष्ट्र होने के बाद भी हमारी प्रतिक्रिया इतनी तीखी कभी नही रही जो इंसान होने का भेद ख़त्म कर दे| भारत को इस समंस्या से निपटने के लिए विश्व के देशों का ध्यान आतंकवाद के केन्द्र की ओर आकर्षित करना चाहिए, जिससे पूरे राष्ट्र और अंतरराष्ट्रिया समुदाय इस समस्या का समाधान कर सके|
भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियाँ अब तेज़ हो गयी है|
=> पंजाब में १९८१ से १९९१ में देश गंदी राजनीति और आतंकवाद की साजिश के कारण पंजाब, काली साजिश से घिरा रहा|
भिंडरावाला ने हिंदू, सिख अलगाव का प्रश्न खड़ा करके खालिस्तान की माँग को हवा दी| उस समय देश के कई शीर्ष नेताओं के साथ - साथ इंदिरा गाँधी भी धराशायी कर दिए गये|
=>कश्मीर--- पंजाब के बाद भारत का दूसरा ज्वलंत प्रांत जम्मू-कश्मीर है| यहाँ जान बूझकर भारत विरोधी वातावरण का निर्माण किया गया| लोगों के साथ दिल – दहलाने वाली क्रूर व्यवहार किया गया ताकि वो कश्मीर छोड़कर भाग जाए और आतंकवाद का कब्जा हो जाए|
=>मुंबई--- सन २००८ में हुए मुंबई में आतंकी हमले के पीछे भी आतंकवाद का हाथ था|
इसी तरह आतंकवादी कभी मुंबई में, तो कभी कश्मीर में, तो कभी कोलकाता में, कभी गुजरात के अक्षरधाम और दिल्ली जैसे जगहों में अपना कहर बरपा रहा है| 
आज आतंक पूरे विश्व मे फैल चूका है| आतंकवाद के वश में करने का एक ही तरीका है| वह है इसका पूरा विनाश| इसमे सुधार होना संभव नही, क्यूंकी इसकी प्रक्रिया ही ऐसी है|
यदि हम अपना देश आतंकवाद से मुक्त करना चाहते है, तो गुप्तचर एजेंसियों को सस्शक्त किए जाने की आवस्यकता है| क़ानून की व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाना चाहिए| हिन्दुस्तान को इस स्मस्या का समाधान करने के लिए विश्व के देशो का ध्यान अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद की और आकर्षित करना होगा और हर नागरिक को अपना योगदान देना होगा|
अंत में, मैं यही कहना चाहूँगा की मैं यही आतंकवाद की सखाएँ काटने के बजाये उसको जड़ से उखड़ना होगा| जिस देश मे हम रहते हैं, उसके प्रति वफ़ादार होना चाहिए| हमारा जन्म भारत मे हुआ है| जिस देश का हम अनाज खाते हैं, कपड़े पहनते हैं, शिक्षा घ्रहन करते हैं, उसी देश की रक्षा करनी चाहिए| यदि कोई अन्य देश हमारे देश में आक्रमण करता है, तो सरकार के साथ जनता को भी राष्ट्र की रक्षा में अपना सहयोग देना चाहिए|
                                                            "ज़रा सोचो ये आतंकवादी है कौन ….. ?
मेरा मानना है की सभ्य विश्व की चाह रखने वाले हर राष्ट्र को इसका हिस्सा बनना चाहिए ….|

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Posted 2015-03-17 05:48:30 | Views: 790
Hello Magicians,

Your entries are open for the next edition of Soch, to share your thoughts, feelings and to show every-one your creative side.

Talk about anything you feel. Share your experiences. Write. And we love to share them with Magic world.

Theme for the second edition is - FREEDOM
Your entries can be in the form of articles, short story, dialect, poems, paintings or any other form.
Article Submission Deadline - 30th April 2015 

Guidelines-
Use the attached template for your write-up
Attach your photo for Author's bio section, separately in JPEG format only
Mail your entry to [email protected] with Your Name - Title of the article as Subject

Selected entries would be published in the upcoming edition and rewarded on the onset of Independent Day. You can view magazine's first edition at: http://magicwebs.magicsw.com/soch/index.html

Feel free to provide any feed back  or suggestion.
You can drop us an email at [email protected] for any queries.


6 days

Posted 2014-11-05 02:53:34 | Views: 805
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There is no perfect time to write.

There is only now.

7 days

Posted 2014-11-03 15:49:43 | Views: 884
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As Diwali gone by learning our life with all the lights and colors.

Now it's time to share your write ups for our emagazine by 10 Nov on [email protected]